हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के करसोग के एक स्कूल में दसवीं के छात्र युगल शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान के कबाड़ और शेविंग ब्लेड की मदद से सौर ऊर्जा से घास काटने की मशीन बना दी। खास बात यह है कि इस मशीन को कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधा अनुसार 360 डिग्री एंगल तक घुमा सकता है। मशीन में एमपी-3 की व्यवस्था भी है।
इससे घास काटने वाला संगीत का मजा भी ले सकता है। वहीं रात को अगर घास काटना हो तो एलईडी बल्ब की सुविधा से भी इस मशीन को लैस किया गया है। एक बार चार्ज करने पर यह मशीन चार घंटे तक चलेगी। मशीन को तैयार करने के लिए लगाए गए उपकरण छात्र ने एक इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान में बेकार पड़े सामान से लिए।
युगल के पिता चालक हैं। युगल स्कूल की तरफ से मंडी जिले में हुए राज्य स्तरीय चिल्ड्रन साइंस कार्यक्रम के बाद कुरुक्षेत्र में हुए उत्तर भारतीय चिल्ड्रन साइंस कार्यक्रम में भी भाग ले चुके हैं। दसवीं कक्षा के इस छात्र की प्रतिभा से प्रभावित होकर स्थानीय विधायक हीरालाल ने युगल को 11000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी।
इससे घास काटने वाला संगीत का मजा भी ले सकता है। वहीं रात को अगर घास काटना हो तो एलईडी बल्ब की सुविधा से भी इस मशीन को लैस किया गया है। एक बार चार्ज करने पर यह मशीन चार घंटे तक चलेगी। मशीन को तैयार करने के लिए लगाए गए उपकरण छात्र ने एक इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान में बेकार पड़े सामान से लिए।
युगल के पिता चालक हैं। युगल स्कूल की तरफ से मंडी जिले में हुए राज्य स्तरीय चिल्ड्रन साइंस कार्यक्रम के बाद कुरुक्षेत्र में हुए उत्तर भारतीय चिल्ड्रन साइंस कार्यक्रम में भी भाग ले चुके हैं। दसवीं कक्षा के इस छात्र की प्रतिभा से प्रभावित होकर स्थानीय विधायक हीरालाल ने युगल को 11000 रुपये प्रोत्साहन राशि दी।
घास काटने वाली इस मशीन में युगल ने 8 और 4 वॉट की दो सोलर प्लेटें और दो बैटरियां लगाई हैं। इसके अलावा दो स्पीकर, एक एमपी-3 प्लेयर और 360 डिग्री पर घूमने वाली लाइट लगी है। कटर के तौर पर शेविंग ब्लेडों का इस्तेमाल किया है।
इसरो में वैज्ञानिक बनना युगल का सपना
युगल शर्मा का सपना इसरो में वैज्ञानिक बनकर देश का नाम रोशन करना है। युगल ने कहा कि देश में बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के कारण सौर ऊर्जा से चलने वाले उपकरणों का आविष्कार आज की जरुरत है। भतीजे की प्रतिभा से खुश चाची रेखा शर्मा का कहना है कि युगल बचे हुए समय का सदुपयोग लैब में करता है।
इसरो में वैज्ञानिक बनना युगल का सपना
युगल शर्मा का सपना इसरो में वैज्ञानिक बनकर देश का नाम रोशन करना है। युगल ने कहा कि देश में बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के कारण सौर ऊर्जा से चलने वाले उपकरणों का आविष्कार आज की जरुरत है। भतीजे की प्रतिभा से खुश चाची रेखा शर्मा का कहना है कि युगल बचे हुए समय का सदुपयोग लैब में करता है।