लेबोरेटरी में अब शिक्षक और अटेंडेंट के बिना विद्यार्थी नहीं जाएंगे। जिला शिमला के मतियाना स्कूल में बीते दिनों हुई घटना के बाद उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूल प्रिंसिपलों को नए निर्देश जारी किए हैं। संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. प्रमोद चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। मतियाना स्कूल जैसी घटनाएं दोबारा घटित न हों, इसके लिए अतिरिक्त एहतियात बरतने की जरूरत है।
जिला उपनिदेशकों और स्कूल प्रिंसिपलों को जारी पत्र में संयुक्त निदेशक ने कहा कि खतरनाक रसायनों को विद्यार्थियों की पहुंच से दूर रखा जाए। लैब में इन्हें रखने की जगह किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर रखने का इंतजाम हो। केमिस्ट्री और बायोलॉजी की लैब में विद्यार्थियों के लिए एपरन और मास्क पहनना अनिवार्य किया जाए। विद्यार्थियों को लैब में अकेला न भेजा जाए। संबंधित शिक्षक और लैब अटेंडेंट की मौजूदगी में ही कार्य किए जाएं। शिक्षक लैब में सतर्क रहें। विद्यार्थियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाए।
लैब में सुरक्षा बंदोबस्त को लेकर समय-समय पर जारी होने वाले दिशा निर्देशों का पालन किया जाए। बता दें कि बीते दिनों जिला शिमला के मतियाना स्कूल में केमिस्ट्री लैब में एसिड ब्लास्ट होने से चार विद्यार्थी झुलस गए थे। इस दौरान लैब में कोई भी शिक्षक व लैब अटेंडेंट नहीं था। इस घटना पर कड़ा संज्ञान लेते हुए शिक्षा निदेशालय ने सोमवार को नए निर्देश जारी किए हैं।